
Showing posts with label memories. Show all posts
Showing posts with label memories. Show all posts
Wednesday, 27 January 2021
बचपन की सुनहरी यादें और बचपन के खेल, तोतली व भोली भाषा

चलो, फिर से बचपन में जाते हैंखुदसे बड़े-बड़े सपने सजाते हैंसबको अपनी धुन पर फिर से नचाते हैंसाथ हंसते हैं, थोड़ा खिलखिलाते हैंजो खो गयी है बेफिक्री, उसे ढूंढ लाते हैंचलो, बचपन में जाते हैं।
...